मध्य प्रदेश

एक पेड़ माँ के नाम अंतर्गत राज्यमंत्री ने उत्कृष्ट विद्यालय में पाम ट्री का किया पौधारोपण |

*एक पेड़ माँ के नाम अंतर्गत राज्यमंत्री ने उत्कृष्ट विद्यालय में पाम ट्री का किया पौधारोपण |*

एक पेड़ माँ के नाम अंतर्गत पौधरोपण अभियान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के आह्वान पर पूरे देश में चल रहा हैं, इसी कार्यक्रम में आज यहाँ एक पेड़ माँ के नाम कार्यक्रम में शामिल होने आए, यह मेरा पुराना स्कूल है, मैं यहीं से 6वीं से लेकर 11वीं तक पढ़ा हूँ तो ऐसे समय आया जब यहाँ प्रार्थना चल रही थी तो उसमें शामिल होने का भी अवसर मिला, पुराने दिन सारे याद आ गए, जिन कमरों में बैठते थे वह भी याद आ गए, जिन-जिन शिक्षकों ने पढ़ाया वह सारी बातें एक रील की तरह रिवर्स में चली गई तो बहुत अच्छा भी लग रहा है और पुराने याद आने से पुराने दोस्तों को भी याद आ गई, मैं प्रिन्सिपल सर और सभी स्टाफ का धन्यवाद करना चाहता हूँ। इस आशय के उद्गार उत्कृष्ट विद्यालय दमोह में आयोजित एक पेड़ माँ के नाम कार्यक्रम में व्यक्त किए। इस अवसर पर संस्था के प्राचार्य आरपी पटेल, शिक्षकगण और संस्था छात्र-छात्राए मौजूद रहे। राज्यमंत्री श्री पटेल ने उत्कृष्ट विद्यालय परिसर में पाम का ट्री का किया पौधरोपित।

राज्यमंत्री श्री पटेल ने कहा यहाँ आने का मौका दिया और यह बात सच है कि आज एक्सीलेंस स्कूल में लगभग 1250 बच्चे हैं, जगह बहुत पर्याप्त नहीं हैं, उस समय और वर्तमान में एक बड़ा अंतर यह आ गया कि आज के समय हर गांव का बेटा-बेटी पढ़ती है जो सब आकर शहर में पढ़ना चाहते है और यह बात भी उतना ही सही है कि स्कूलों में बैठने की जगह कम है, 24 कमरे में आप सोचिए कि 1250 बच्चे बैठ रहे है, किस तरीके से बैठते होंगे। उन्होंने कहा मुख्यमंत्री जी से चर्चा कर बेहतर व्यवस्था करने की बात की जायेगी। छात्रावास की बात भी सामने आई है, जो पुरानी छात्रावास है, जिस जमाने में हम लोग पढ़ते थे, उस समय की छात्रावास है, उसकी हालत थोड़ी ठीक नहीं है, आप प्रस्ताव, एस्टीमेट बना करके तैयार करें। यदि मरम्मत करा के काम किया जा सकता है, तो उसको कराएँगे, जिससे ग्रामीण क्षेत्र से आने वाले बालक और बालिकाओं को रहने की सुविधा भी मिल सके।

राज्यमंत्री श्री पटेल ने कहा आज गांव का हर आदमी अपने बेटा-बेटियों को पढ़ाना चाहता है, लेकिन यहाँ रहने का खर्चा उठाने में समर्थ नही हैं, छात्रावासों की जितनी ज्यादा व्यवस्था होगी उतना ग्रामीण क्षेत्र के लोगों को लाभ होगा, वर्तमान में दो छात्रावास संचालित हैं एक बालक और बालिका का अगर यह बन जाएगा तो लगभग 40-50 बच्चों को और सुविधा मिल सकेगी। उन्होंने कहा एस्टीमेंट तैयार करें, मैं जानता हूँ कि इस वर्ष उपयोग में ना आ पाए, लेकिन कोशिश करेंगे तो अगले वर्ष यह समस्या हल हो सकेगी। मेरी ओर से सभी शिक्षकों को बहुत-बहुत शुभकामनाएं सभी बच्चों के उज्जवल भविष्य की कामनाएं।

राज्यमंत्री श्री पटेल ने कहा यहां पर सारे विद्यार्थीगण फर्स्ट डिवीज़न में आए हैं, अच्छी बात है कि पढ़ाई का स्टैन्डर्ड भी बढ़ा है, स्कूल का स्टैन्डर्ड भी बढ़ा है। सभी अपने जीवन में अपने लक्ष्य को साधकर आगे बढ़ेंगे तो निश्चित रूप से सफलता मिलेगी, मेहनत का कोई तोड़ नहीं हैं,

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