अशोकनगर: में भीम आर्मी व BASF की बुलंद आवाज, छात्रावासों में बद हाली और शिक्षा में सुधार की मांग को लेकर जिला अधिकारी को दिया ज्ञापन |
Ashoknagar
मध्य प्रदेश के अशोकनगर जिले की, जहाँ भीम आर्मी एवं BASF छात्र समुदाय अपनी आवाज बुलंद कर रहा है। छात्रावासों की बदहाली, बढ़ती महंगाई और कॉलेज चुनाव जैसे मुद्दों पर छात्रों ने सीधे प्रशासन से सवाल पूछे हैं।:
अशोकनगर जिले में अनुसूचित जाति (SC) और अनुसूचित जनजाति (ST) के छात्रों के लिए चलाए जा रहे छात्रावासों की हालत किसी से छिपी नहीं है। छात्रों का कहना है कि न तो यहाँ उचित रखरखाव है और न ही महंगाई के हिसाब से पर्याप्त मानदेय मिल रहा है। छात्रों ने छात्रावासों में कथित मरम्मत भ्रष्टाचार की उच्च-स्तरीय जांच की भी मांग की है। इसके अलावा, बेहतर भविष्य के लिए पुस्तकालय, कंप्यूटर लैब और कोचिंग जैसी सुविधाएं भी मांगी गई हैं।
ज्ञापन में कॉलेज चुनाव: छात्रों की राजनीति में वापसी की मांग अशोकनगर में कॉलेज चुनाव भी एक बड़ा मुद्दा बन गया है। सत्र 2017-18 से बंद पड़ी इस प्रक्रिया को फिर से शुरू करने की मांग उठ रही है।छात्रों का मानना है कि चुनाव बहाल होने से वे अपनी समस्याओं को बेहतर ढंग से उठा पाएंगे और नेतृत्व की भावना विकसित होगी।इसके साथ ही, नेहरू स्नातकोत्तर महाविद्यालय में डॉ. बाबासाहेब अंबेडकर की प्रतिमा स्थापित करने और बढ़ी हुई फीस कम करने की भी मांग की गई है।
ज्ञापन मे 15 अगस्त के दिन हुए महापुरुषों के अपमान पर कार्रवाई की मांग भी की: 15 अगस्त, स्वतंत्रता दिवस, हमारे देश के लिए गर्व का दिन होता है, लेकिन अशोकनगर में कुछ ऐसी घटनाएं हुईं, जो शर्मनाक कही जा सकती हैं।उत्कृष्ट विद्यालय में शिक्षिका रश्मि रघुवंशी पर आरोप है कि उन्होंने मंच से डॉ. बाबासाहेब अंबेडकर और महात्मा गांधी के छायाचित्र हटा दिए। इस घटना को महापुरुषों का अपमान बताते हुए उनकी सेवा समाप्त करने की मांग की गई है।: इसी तरह की एक और घटना शासकीय कन्या विद्यालय में हुई, जहाँ प्राचार्य महेंद्र सिंह रघुवंशी ने कथित तौर पर महापुरुषों की तस्वीरों की जगह हनुमान जी की तस्वीर लगाई। छात्रों का कहना है. की हम सभी धर्मों का सम्मान करते हैं, लेकिन सरकारी कार्यक्रम में किसी एक धर्म की तस्वीर लगाना शिक्षा विभाग के नियमों के खिलाफ है और यह धर्मनिरपेक्षता के सिद्धांत का उल्लंघन है।इन सभी घटनाओं की जांच कर दोषियों पर सख्त कार्रवाई की मांग की है।हालाँकि उत्कृष्ट विद्यालय की शिक्षिका रश्मि रघुवंशी को नीलांबित कर दिया है लेकिन महेंद्र सिंह रघुवंशी पर कोई कार्यवाही नहीं हुई है.. इसके साथ ही, छात्रों ने 200 सीटों वाले बालिका छात्रावास के निर्माण और कुछ स्कूलों में छात्रों से जबरन ABVP की सदस्यता की रसीद कटवाने के आरोपों की जांच की भी मांग की है।
अशोकनगर के छात्रों की ये मांगें यह दिखाती हैं कि वे न सिर्फ अपनी शिक्षा बल्कि अपने अधिकारों और सम्मान के लिए भी जागरूक हैं। अब देखना यह है कि प्रशासन इन मांगों पर क्या कदम उठाता है।