- खरगोन में (बसपा) ने, 28 अगस्त को, खरगोन जिला मुख्यालय पर दलित और आदिवासी समुदायों पर हो रहे लगातार अत्याचारों के विरोध में एक विशाल धरना प्रदर्शन और ज्ञापन सौंपा गया।

- इस प्रदर्शन में बड़ी संख्या में बसपा कार्यकर्ता और पदाधिकारी शामिल हुए, जिन्होंने प्रशासन से दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की।इस अवसर पर, बसपा के मुख्य जिला प्रभारी हाजी अय्यूब अली खान और नरेंद्र कंचोले ने संबोधित करते हुए कहा कि खरगोन जिले में दलितों और आदिवासियों के साथ भेदभाव और उत्पीड़न की घटनाएं लगातार बढ़ रही हैं, लेकिन प्रशासन इस पर कोई ठोस कदम नहीं उठा रहा है। उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार दलित और आदिवासी विरोधी नीतियों को बढ़ावा दे रही है, जिससे इन समुदायों में असुरक्षा की भावना बढ़ रही है।जिला अध्यक्ष रमेश अंजना ने कहा कि बसपा हमेशा से ही शोषित और वंचितों की आवाज रही है। उन्होंने चेतावनी दी कि यदि दलितों और आदिवासियों पर हो रहे अत्याचारों को नहीं रोका गया, तो बसपा एक बड़ा आंदोलन करेगी।इस दौरान, बसपा के एक प्रति निधि मंडल ने जिला प्रशासन को एक ज्ञापन सौंपा, जिसमें मांग की गई कि: * दलितों और आदिवासियों पर अत्याचार करने वाले दोषियों के खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की जाए। * अत्याचार पीड़ित परिवारों को उचित मुआवजा और सुरक्षा प्रदान की जाए। * प्रशासन यह सुनिश्चित करे कि भविष्य में ऐसी घटनाएं न हों। * दलितों और आदिवासियों के अधिकारों की रक्षा के लिए विशेष प्रावधान लागू किए जाएं।बसपा ने स्पष्ट कर दिया है कि वह दलित और आदिवासी समुदाय के अधिकारों के लिए अपनी लड़ाई जारी रखेगी और उन्हें न्याय दिलाने के लिए हर संभव प्रयास करेगी।
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