इंदौर में मनाया गया विश्व आदिवासी दिवस: एकता और संस्कृति का अद्भुत संगम,
Damoh
इंदौर में विश्व आदिवासी दिवस के अवसर पर, इंदौर में एक अभूतपूर्व उत्सव देखने को मिला, जिसने शहर को आदिवासी संस्कृति के रंगों से सराबोर कर दिया। लालबाग पैलेस से निकली एक विशाल यात्रा में लाखों की संख्या में आदिवासी समाज के लोगों ने भाग लिया। यह आयोजन न केवल एक उत्सव था, बल्कि यह आदिवासी समाज की एकता, गौरव और समृद्ध संस्कृति का एक शक्तिशाली प्रदर्शन भी था।

भव्य रैली और सांस्कृतिक झलक
इस विशाल रैली में आदिवासी समाज की गहरी सांस्कृतिक जड़ों की झलक साफ दिखाई दी। पारंपरिक वेशभूषा में सजे पुरुष और महिलाएँ ढोल-नगाड़ों की गूंज पर नाचते-गाते हुए आगे बढ़ रहे थे। उनके हाथों में पारंपरिक हथियार, जैसे तीर-कमान, उनकी वीरता और शौर्य का प्रतीक बन रहे थे। यह अद्भुत दृश्य शहर के लिए एक नया और यादगार अनुभव था।
एकता और भाईचारे का संदेश
इस भव्य आयोजन का सबसे महत्वपूर्ण पहलू यह था कि इसने एकता और भाईचारे का संदेश दिया। लाखों लोगों का एक साथ मिलकर अपनी पहचान का उत्सव मनाना यह दर्शाता है कि आदिवासी समाज अपनी विरासत को लेकर कितना जागरूक और संगठित है। इस आयोजन ने इंदौर को एक नई पहचान दी और यह साबित कर दिया कि आदिवासी समाज गर्व के साथ अपनी संस्कृति को आगे बढ़ा रहा है।