शंकरपुर मगरदा प्राथमिक विद्यालय बंद करने के खिलाफ विद्यालय परिसर में दिया धरना।
अशोकनगर– शंकरपुर मगरदा प्राथमिक विद्यालय को बंद करने एवं अशोकनगर के 14 सरकारी स्कूलों को बंद करने की योजना के खिलाफ स्कूल बचाओ संघर्ष समिति के साथ छात्रों,अभिभावकों एवं स्थानीय लोगों ने धरना प्रदर्शन किया और तहसीलदार को कलेक्टर के नाम ज्ञापन दिया।

समिति के आयोजक सदस्य देवेंद्र विजौरे ने बताया की शिक्षा सभ्य समाज की रीड़ होती है। इसलिए देश के शहीदों क्रांतिकारियों ने यह सपना देखा था कि आजाद भारत में सभी को सर्वसुलभ शिक्षा दी जाएगी। और इसकी संपूर्ण जिम्मेदारी सरकार की होगी। शिक्षा के अधिकार कानून में कहा गया था कि अगर बच्चा स्कूल तक नहीं जा पाएगा तो स्कूल को बच्चों तक लाया जाएगा। परंतु आज इसका उलटा हो रहा है पास के सरकारी स्कूलों को बंद कर बच्चो से दूर भेजा जा रहा है आज लगातार सार्वजनिक शिक्षा व्यवस्था को ध्वस्त किया जा रहा है। इसके कारण आम गरीब जनता के बेटे बेटियां शिक्षा से दूर होते जा रहे हैं मध्य प्रदेश के अंदर सीएम राइज के नाम पर हजारों सरकारी स्कूलों को बंद करने की नीति को लागू किया जा रहा है। मध्य प्रदेश के 94 हजार स्कूलों को बंद कर केवल 10 हजार सी एम राइज रहेंगे। हमारे शहर अशोकनगर में भी शंकरपुर मगरदा सहित 14 सरकारी स्कूलों को इसी नाम पर बंद किया जा रहा है । यह सरकार का छात्रों को शिक्षा से दूर करने का तरीका है। एक तरफ सरकार नारे दे कर बताती हैं पढ़ेगा इंडिया बढ़ेगा इंडिया, बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ पर स्कूल नहीं होगा तो ना ही बेटी बचेगी, ना ही इंडिया बढ़ेगा। हम शंकरपुर मगरदा के बंद किए गए शा.प्राथमिक विद्यालय को जल्द से जल्द शुरू करने की मांग करते हैं और अशोकनगर में किसी भी सरकारी स्कूलों को बंद नहीं किया जाए। व उन तमाम स्कूलों में पर्याप्त व्यवस्थाओं को मुहैया कराया जाए। इसी ढंग से गांधी पार्क पर स्थित क्रमांक 01 स्कूल, पछाड़ी खेड़ा पर स्थित क्रमांक 2 मिडिल स्कूल, गर्ल्स मिडिल स्कूल को भी सी एम राइस में मर्ज किया जा रहा है जो की पूर्णता गलत है। शिक्षा का अधिनियम 2009 कहता है कि प्राइमरी स्कूल हर एक किलोमीटर व मिडिल स्कूल हर तीन किलोमीटर के दायरे में होना चाहिए परंतु यहां देखा जा रहा है कि 8 से 10 किलोमीटर तक के स्कूलों को मर्ज किया जा रहा है ऐसे में इतनी दूर आज के समय में छात्र-छात्राएं छोटे बच्चे बच्चियों कैसे जाएंगे। स्कूल के स्थान पर रहने वाली गुड्डी केवट ने बताया कि इसी 15 अगस्त के दिन शंकरपुर मगरदा का सरकारी प्राथमिक स्कूल को बंद कर दिया गया था जिसमें की 60 से 70 तक छात्र संख्या थी, जब से ये स्कूल बंद हुआ है तब कोई भी बच्चा स्कूल नहीं जा रहा है और हमारे बच्चे भी स्कूल नहीं जा रहे हैं। स्थानीय लोगों ने बताया कि हम सभी कलेक्टर महोदय से अपील करते हैं जल्द से जल्द यह स्कूल पुनः शुरू किया जाए, नहीं तो हम सब को बड़े स्तर पर आंदोलन करने के लिए मजबूर होना पड़ेगा। जिसकी जिम्मेदारी प्रशासन की होगी।
इस दौरान शिशुपाल पाल, पूजा केवट एवं अन्य लोगों ने भी बात रखी संचालन राखी ने किया ।
हमारी मांगे
1) शंकरपुर मगरदा प्राइमरी स्कूल को पुनः शुरू किया जाए।
2) सी एम राइस के नाम पर अशोकनगर की 14 स्कूलों को बंद नहीं किया जाये।
3) सरकारी स्कूलों में पर्याप्त शैक्षणिक व्यवस्थाएं जैसे इंफ्रास्ट्रक्चर, पीने का शुद्ध पानी, टॉयलेट बाउंड्री वॉल इत्यादि मुहैया कराया जाए।
