डॉ. बी.आर. अंबेडकर सामाजिक विज्ञान विश्वविद्यालय में सामाजिक कुरीतियों के प्रति जागरूकता अभियान |
डॉ.अम्बेडकर नगर
डॉ. बी.आर. अंबेडकर सामाजिक विज्ञान विश्वविद्यालय में सामाजिक कुरीतियों के प्रति जागरूकता अभियान
महू- डॉ. बी.आर. अंबेडकर सामाजिक विज्ञान विश्वविद्यालय, महू में 22 सितंबर को मध्यप्रदेश शासन के निर्देशानुसार “सामाजिक कुरीतियों के प्रति जागरूकता अभियान” के अंतर्गत एक विशेष कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में व्याख्यान, संवाद और नुक्कड़ नाटक के माध्यम से समाज में व्याप्त कुरीतियों के प्रति लोगों को जागरूक किया गया।

विश्वविद्यालय की विधि एवं सामाजिक न्याय अध्ययनशाला की विभागाध्यक्ष डॉ. संगीता मसानी को कार्यक्रम प्रभारी नियुक्त किया गया, जिनके कुशल मार्गदर्शन में यह कार्यक्रम सफलतापूर्वक संपन्न हुआ। इस अवसर पर फैकल्टी सदस्य आकाश डहरिया, संजय चौधरी, सुनील राठौर, गीता परतेती, प्रीति कनाडिया एवं स्मिता कोकरे भी उपस्थित थे।
कार्यक्रम का संचालन छात्र श्रवण कुमार चौधरी ने किया। विश्वविद्यालय की छात्राओं श्रेया भार्गव, दिव्या पाटिल और छात्र अवधेश गुर्जर ने अपने व्याख्यानों में सामाजिक कुरीतियों को समाप्त करने के लिए जागरूकता और कानूनों के प्रभावी उपयोग पर जोर दिया।
इस दौरान विधि अध्ययनशाला के प्रथम सेमेस्टर के विद्यार्थियों ने एक प्रभावी नुक्कड़ नाटक प्रस्तुत किया। नाटक के जरिए मृत्यु भोज जैसी अमानवीय परंपराओं और अंधविश्वासों को छोड़कर प्रगतिशील सोच अपनाने का संदेश दिया गया, जिसने दर्शकों को गहराई से प्रभावित किया।
कार्यक्रम के समापन पर डॉ. संगीता मसानी ने अपने संबोधन में जातिवाद, छुआछूत, दहेज प्रथा, मृत्यु भोज और बाल विवाह जैसी कुरीतियों की कड़ी आलोचना की और इन्हें जड़ से खत्म करने की आवश्यकता पर बल दिया। उन्होंने कहा, “एक समतामूलक और सत्यशोधक समाज का निर्माण तभी संभव है, जब हम इन कुरीतियों को जड़ से समाप्त करेंगे।”