खरगोन में जमीन को लेकर विवाद, पीड़ित परिवारों ने कलेक्टर से लगाई गुहार |
Khargone
मध्य प्रदेश के खरगोन जिले में एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है, जहां एक ही जमीन को दो बार बेचने और धोखाधड़ी का आरोप लगाते हुए तीन परिवारों ने कलेक्टर के जनसुनवाई कक्ष में शिकायत दर्ज कराई है। पीड़ितों ने न सिर्फ अपनी जमीन वापस दिलाने की मांग की है, बल्कि आरोपियों के खिलाफ आपराधिक कार्रवाई करने और उन्हें जान से मारने की धमकी देने के लिए भी सख्त कदम उठाने की अपील की है।
क्या है पूरा मामला?
यह मामला खरगोन जिले की तहसील कसरावद के ग्राम दोमाड़ा का है। यहां के तीन किसान, रामसिंग, शंकर और परसराम, ने जनसुनवाई में अपनी पीड़ा बताई। उन्होंने बताया कि साल 2002 में उन्होंने ग्राम बिटनेरा के किसान किशोरसिंह राजपूत से 4.047 हेक्टेयर की कृषि भूमि खरीदी थी। यह खरीद 1 लाख 41 हज़ार 400 रुपये में हुई थी। जमीन का सौदा होने के बाद, उसी दिन जमीन का कब्जा भी उन्हें सौंप दिया गया था और तब से वे उस जमीन पर खेती कर रहे हैं।
किसानों ने बताया कि उन्होंने कई बार किशोरसिंह से जमीन का फरोख्तनामा (रजिस्ट्री) अपने नाम पर कराने के लिए कहा, लेकिन हर बार वह टालमटोल करते रहे और उन्हें विश्वास दिलाते रहे कि यह काम जल्द ही हो जाएगा। इसी भरोसे में कई साल बीत गए।
मृतक के वारिसों ने भी की धोखाधड़ी
लगभग एक साल पहले, विक्रेता किशोरसिंह का देहांत हो गया। इसके बाद, किसान उनके वारिसों, राकेश, अखिलेश, राजकुमारी और राधाबाई, से मिले। उन्होंने भी किसानों को भरोसा दिलाया कि पहले वे जमीन अपने नाम करवाएंगे और फिर उनका फरोख्तनामा कर देंगे।
लेकिन हाल ही में, जब राजस्व निरीक्षक और पटवारी उस जमीन पर सीमांकन के लिए आए, तब किसानों को पता चला कि किशोरसिंह के वारिसों ने यही जमीन धोखे से एक अन्य महिला श्रीमती सेंवंती गौड़ को बेच दी है और उनके नाम पर रजिस्ट्री भी करा दी है।
जान से मारने की धमकी का आरोप :-
जब पीड़ितों ने इस धोखाधड़ी का विरोध किया, तो नए खरीदार और पुराने मालिक के वारिसों ने जबरन जमीन पर कब्जा करने की कोशिश की। किसानों के मना करने पर आरोपियों ने उन्हें जान से मारने की धमकी दी और कहा कि वे यह जमीन हर हाल में लेकर रहेंगे, भले ही इसके लिए उनकी जान ही क्यों न लेनी पड़े।
कलेक्टर से क्या है मांग?
पीड़ित किसान रामसिंग, शंकर और परसराम ने अब कलेक्टर से अपील की है कि इस मामले में तुरंत कार्रवाई की जाए। उन्होंने मांग की है कि:
* आरोपियों के खिलाफ धोखाधड़ी और जान से मारने की धमकी देने के लिए आपराधिक मामला दर्ज किया जाए।
* उनकी जमीन पर भविष्य में कोई और कब्जा न कर पाए, इसके लिए भी सख्त कदम उठाए जाएं।
किसानों का कहना है कि अगर उनसे उनकी पुश्तैनी जमीन छीन ली गई तो उनके और उनके परिवार के सामने जीवनयापन का संकट खड़ा हो जाएगा। कलेक्टर से अब इस मामले में न्याय की उम्मीद है।