दमोह:– अनुसूचित जनजाति एवं अन्य परंपरागत वन निवासी वन अधिकारों की मान्यता अधिनियम 13 दिसंबर 2005- 2006 एवं संशोधित नियम 2012 के जिला मे जमीनी स्तर पर व्यवस्थित क्रियान्वयन को लेकर पीजी कॉलेज दमोह में सीएफआर- सीआर पर एक दिवसीय जिला स्तरीय प्रशिक्षण का आयोजन किया गया।
प्रशिक्षण मे कलेक्टर सुधीर कुमार कोचर, राज्य स्तरीय टास्क फोर्स कमेटी सदस्य गिरीश कुबेर, डॉ रूप नारायण माडवे, राज्य स्तरीय मास्टर प्रशिक्षक राहुल श्रीवास्तव, आदिम जाति कल्याण विभाग संयोजक आदिति शाडिल्य, एकता परिषद के पूर्व राज्य समन्वयक सुजात खान , जिला प्रशिक्षक बीरेंद्र दुबे, घनश्याम रायकवार के अलावा वन विभाग, राजस्व विभाग, सरपंच, सचिव, वन अधिकार समिति के पदाधिकारियों एवं सदस्यों ने भाग लिया।
प्रशिक्षण मे वन अधिकार समितियों के पुनर्गठन एवं उनके सशक्तिकरण,वनाधिकार कानून के लम्बित व्यक्तिगत एवं सामुदायिक निस्तार के दावों की स्थिति सहित जिला दमोह मे वनाधिकार कानून के क्रियान्वयन की स्थिति आदि पर चर्चा की गई। एवं आगामी अक्टूबर 2025 की ग्राम सभा मे वनाधिकार समिति गठित करने एवं सामुदायिक निस्तार के अधिकार के दावा लगाने एवं निराकरण पर विशेष कार्ययोजना बनाई गई।.
इस दौरान उपस्थितजनों मे वनाधिकार कानून के बारे मे प्रचार प्रसार सामग्री का वितरण भी किया गया। प्रशिक्षण के अंत मे आयोजित सबाल जबाब प्रशिक्षण मे वनाधिकार कानून क्रियान्वयन की अनेक व्यवहारिक कठिनाईयो पर विमर्श हुआ। एकता परिषद के सुजात खान ने डाॅ. राजगोपाल पी. व्ही. के नेतृत्व में हुये जनादेश 2006 आन्दोलन के बारे मे जानकारी देते हुये कहा कि जिला दमोह मे वनाधिकार कानून को ठीक से लागू करने, इस दिशा मे जमीन पर कार्यरत संगठन एवं सामाजिक कार्यकर्ताओं को तवज्जो देने की जरूरत है। प्रशिक्षण के अंत मे आभार प्रदर्शन संयोजक आदिति शिडिल्य ने किया।