दमोह :- शव को ऑटो रिक्शा में ले जाने की मजबूरी
स्वास्थ्य सेवाओं की बदहाली का एक और शर्मनाक चेहरा सामने आया है।

घंटाघर इलाके से वायरल हुआ यह वीडियो पूरे सिस्टम पर सवाल खड़े करता है। आप देख सकते हैं, एक गरीब परिवार अपने मृत परिजन के शव को ऑटो रिक्शा में ले जाने को मजबूर है,
परिजनों का आरोप है कि जिला अस्पताल में मौजूद सरकारी शव वाहन या तो उपलब्ध नहीं थे, या फिर उनका किराया इतना ज़्यादा माँगा गया कि वे गरीब होने के कारण उसे वहन नहीं कर पाए।
यह तस्वीर बताती है कि सरकार की मुफ्त शव वाहन योजनाएं सिर्फ कागज़ों पर हैं। जब एक परिवार अपने सबसे बड़े दुख से गुज़र रहा होता है, तब भी उन्हें अंतिम यात्रा के लिए सम्मान नहीं मिल पाता। गरीबों की पहुँच से दूर खड़े ये शव वाहन एक बड़ी विफलता की कहानी कह रहे हैं।
प्रशासन को इस मामले की तुरंत जाँच कर यह सुनिश्चित करना चाहिए कि किसी भी गरीब को यह त्रासदी दोबारा न झेलनी पड़े।
सवाल यह है की सरकार की निशुल्क शव योजना केवल कागजों तक सीमित रह गई..