इंदौर में डॉ. आंबेडकर पर टिप्पणी और CJI पर जूता फेंकने के विरोध में पुतला दहन |
आंबेडकर पर टिप्पणी और CJI पर जूता फेंकने के विरोध में पुतला दहन 
इंदौर:- भीम चेतना मंच के नेतृत्व में, जंजीर वाला चौराहा, इंदौर पर आज दलित समाज ने भारी आक्रोश व्यक्त करते हुए दो अलग-अलग घटनाओं के विरोध में प्रदर्शन किया और पुतला दहन किया।
आक्रोश का कारण:-
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, यह विरोध प्रदर्शन हाल ही में हुई दो विवादित घटनाओं के खिलाफ था:
* एडवोकेट अनिल मिश्रा द्वारा संविधान निर्माता डॉ. बाबासाहेब आंबेडकर के खिलाफ कथित तौर पर अशोभनीय (आपत्तिजनक/अर्गनल) टिप्पणी करना।
* राकेश किशोर नामक व्यक्ति द्वारा भारत के मुख्य न्यायाधीश (CJI) गवई साहब पर जूता फेंकना।
इन दोनों घटनाओं को दलित समाज ने गंभीर अपमान और न्यायपालिका व संविधान के प्रति अनादर के रूप में देखा है, जिससे पूरे समाज में गहरा आक्रोश है।
प्रदर्शन और पुतला दहन:-
विरोध जताने के लिए, आक्रोशित प्रदर्शनकारियों ने इन दोनों व्यक्तियों के पुतले बनाए। प्रतीकात्मक रूप से, इन पुतलों को जूतों की माला और चूड़ियों की माला पहनाई गई, जिसके बाद उन्हें जंजीर वाला चौराहा पर सार्वजनिक रूप से दहन कर दिया गया। यह कदम समाज के गुस्से और मांग को दर्शाता है कि ऐसे कृत्यों में शामिल लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए।
समाजजनों की उपस्थिति:-
इस विरोध प्रदर्शन में भीम चेतना मंच के साथ-साथ अन्य वरिष्ठ समाजजन और कार्यकर्त्ता भारी संख्या में मौजूद थे। इस मौके पर उमेश बैरवा, बालकिशन कुन्हारा, पूर्व पार्षद भारत जीनवाल, पूर्व महापौर प्रत्याशी बाबूलाल रमनवाल, सुभाष मास्टर, रघुवीर मरमट, योगेंद्र गवांदे, ईश्वर तायडे, विजय इंगले, सिदार्थ, कपिल जारवाल, महेंद्र जाटवा, चेतन जाजोरिया, विनोद धवन, महेश मरमट, सौरव अखंड, नवीन पालीवाल, और कमलेश वर्मा सहित कई अन्य गणमान्य नागरिक उपस्थित थे।