दतिया में संविधान के रक्षकों का ‘हल्ला बोल’ — धीरेंद्र शास्त्री की ‘विभाजनकारी’ यात्रा का जोरदार विरोध |
Datiya
दतिया में संविधान के रक्षकों का ‘हल्ला बोल’ — धीरेंद्र शास्त्री की ‘विभाजनकारी’ यात्रा का जोरदार विरोध |
दतिया मं संविधान और सामाजिक न्याय की रक्षा के लिए आज दतिया में ‘हल्ला बोल आंदोलन’ के तहत बड़ी संख्या में लोग सड़कों पर उतरे। प्रदर्शनकारियों ने कथावाचक धीरेंद्र शास्त्री की प्रस्तावित यात्रा का शांतिपूर्ण विरोध करते हुए स्पष्ट संदेश दिया कि देश किसी व्यक्ति विशेष की विचारधारा से नहीं, बल्कि भारत के संविधान से चलता है।
*न्याय और समानता के लिए हुंकार*
आंदोलनकारी समूहों ने धीरेंद्र शास्त्री पर समाज में विभाजनकारी और पाखंडपूर्ण विचार फैलाने का आरोप लगाया। उनका कहना है कि यह आंदोलन किसी व्यक्ति विशेष के विरुद्ध नहीं, बल्कि पाखंड, आडंबर और भेदभाव फैलाने वाली मानसिकता के खिलाफ एक निर्णायक संघर्ष है |
*SP कार्यालय में FIR की मांग
आंदोलनकारी एक रैली के रूप में पुलिस अधीक्षक (SP) कार्यालय पहुंचे। उन्होंने धीरेंद्र शास्त्री के खिलाफ तत्काल प्राथमिकी (FIR) दर्ज करने की मांग की।
प्रदर्शनकारियों का मत: “हमारा संघर्ष संवैधानिक और अहिंसक तरीके से आगे बढ़ेगा। यह तब तक जारी रहेगा जब तक घृणा और असमानता फैलाने वालों पर कानूनी कार्रवाई नहीं हो जाती।”
नेताओं ने जोर देकर कहा कि इस देश में सामाजिक सद्भाव और भाईचारे को तोड़ने वाली किसी भी विचारधारा को स्वीकार नहीं किया जाएगा। दतिया में इस जोरदार प्रदर्शन ने सामाजिक न्याय और संवैधानिक मूल्यों के प्रति लोगों की प्रतिबद्धता को उजागर किया है।
