जयमाल स्टेज पर ‘हाई-वोल्टेज ड्रामा’! गुजरात से आई पहली पत्नी ने रोकी शादी, पुलिस रही मौजूद
दूल्हे पर दूसरी शादी और धोखाधड़ी का आरोप। महिला ने कोर्ट मैरिज का दिया हवाला, कहा- बिना तलाक शादी करना अपराध।

उत्तर प्रदेश के बस्ती जनपद स्थित पैकोलिया थाना क्षेत्र के एक गांव में सोमवार की रात एक शादी समारोह उस समय हंगामे के मैदान में बदल गया, जब दूल्हे की पहली पत्नी ने अचानक जयमाल स्टेज पर पहुंचकर पूरा माहौल पलट दिया।
गुजरात से आई रेशमा ने मचाया हंगामा
गुजरात की रहने वाली रेशमा नाम की महिला ने जयमाल शुरू होते ही स्टेज पर पहुंचकर दूल्हा-दुल्हन के सामने हंगामा शुरू कर दिया। उसने सीधे अपने पति, यानी दूल्हे पर धोखाधड़ी करते हुए दूसरी शादी करने का सनसनीखेज आरोप लगाया। रेशमा ने स्पष्ट कहा कि उसका अपने पति के साथ तीन साल पहले गुजरात में कोर्ट मैरिज हो चुका है।
कानूनी तर्क और आरोप
पीड़िता रेशमा का दावा है कि जब तक न्यायालय द्वारा तलाक नहीं दिया जाता, तब तक दूसरी शादी करना कानूनी तौर पर अपराध है। उसने पति पर न सिर्फ धोखा देने, बल्कि दहेज उत्पीड़न और दूसरी शादी की साजिश रचने जैसे गंभीर आरोप भी लगाए। सूत्रों के अनुसार, रेशमा को किसी तरह पता चला कि उसका पति बस्ती के पैकोलिया क्षेत्र में दूसरी शादी कर रहा है, जिसके बाद वह फौरन गुजरात से बस्ती पहुंची।
समारोह में मची अफरा-तफरी
जैसे ही रेशमा ने स्टेज पर हंगामा शुरू किया, मौके पर मौजूद लोगों में अफरा-तफरी मच गई। कुछ ही पलों में समारोह स्थल पर भगदड़ जैसी स्थिति बन गई। पूरा विवाह समारोह तनाव और विवाद का केंद्र बन गया।
पुलिस प्रशासन तक पहुंचा मामला,
मामले की संवेदनशीलता को देखते हुए, हंगामे की जानकारी तत्काल पुलिस अधीक्षक बस्ती, अपर पुलिस अधीक्षक और सीओ हरैया तक पहुंची। उच्चाधिकारियों के निर्देश पर पैकोलिया थाना पुलिस फ़ौरन मौके पर पहुँची।
पुलिस की भूमिका पर सवाल
पुलिस ने घटनास्थल पर पहुंचकर स्थिति को नियंत्रित करने की कोशिश की, लेकिन शुरुआती समय में पुलिस मूकदर्शक बनी रही। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, पुलिस का कहना था कि यह मामला पारिवारिक विवाद और न्यायालय के अधिकार क्षेत्र में आता है, इसलिए वे विवाह को रोक नहीं सकते। हालांकि, महिला ने कोर्ट मैरिज का प्रमाण पत्र भी दिखाने का दावा किया है।
आगे की कार्रवाई
इस हाई-प्रोफाइल ड्रामे का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। पहली पत्नी रेशमा ने न्याय के लिए उच्चाधिकारियों से मिलने और अदालत जाने का इरादा जताया है। पुलिस ने फिलहाल मामले को शांत करा दिया है, लेकिन कानूनी तौर पर इस विवाद में दूल्हे की मुश्किलें बढ़ सकती हैं।
* धारा 494, आईपीसी: हिंदू विवाह अधिनियम के तहत, पहली पत्नी के जीवित रहते और बिना तलाक के दूसरी शादी करना द्विविवाह (Bigamy) का अपराध है, जिसके लिए सात साल तक की कैद और जुर्माने का प्रावधान है।
* पीड़िता का अगला कदम: न्यायालय के माध्यम से विवाह को अवैध घोषित कराने की कानूनी लड़ाई।