*डॉ. बी.आर. अंबेडकर विश्वविद्यालय में अंतरराष्ट्रीय मानवाधिकार दिवस एवं विधिक साक्षरता शिविर का किया गया आयोजन |
इंदौर
अंबेडकर नगर (महू)……डॉ. बी.आर. अंबेडकर सामाजिक विज्ञान विश्वविद्यालय की *”विधि एवं सामाजिक न्याय अध्ययनशाला”* द्वारा आज विश्वविद्यालय के सेमिनार हॉल में *”अंतरराष्ट्रीय मानवाधिकार दिवस एवं विधिक साक्षरता शिविर”* का सफल आयोजन किया गया।
कार्यक्रम का शुभारंभ संविधान निर्माता भारत रत्न डॉ. भीमराव अंबेडकर एवं माता सरस्वती के छायाचित्र पर माल्यार्पण कर किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता विश्वविद्यालय के कुलगुरु डॉ. रामदास गोमाजी आत्राम ने की। कार्यक्रम में *विशेष अतिथि* के रूप में *प्रीति श्रीवास्तव (प्रथम जिला अपर सत्र न्यायाधीश)* एवं *श्री विशाल शर्मा (तृतीय अपर सत्र न्यायाधीश)* उपस्थित रहे।
विशाल शर्मा ने अपने संबोधन में विद्यार्थियों से संविधान में निहित मूल अधिकारों के साथ-साथ कर्तव्यों के पालन का भी आह्वान किया। उन्होंने कहा कि जागरूक नागरिक ही सशक्त राष्ट्र की नींव रखते हैं।
वहीं प्रीति श्रीवास्तव ने छात्र-छात्राओं को भारतीय संविधान में उल्लिखित मूल अधिकारों की जानकारी देते हुए कहा कि समाज की प्रगति तभी संभव है जब हम उन सामाजिक कुप्रथाओं का त्याग करें, जो स्त्रियों के सम्मान एवं गरिमा के विरुद्ध हैं।
*कार्यक्रम में विधि एवं सामाजिक न्याय अध्यनाशाला की संपूर्ण फैकल्टी जिसमे संजय चौधरी, अजय मंडलोई,विक्रम शेखावत, प्रीति कनाडिया, डॉ.गीता परतेती,स्मिता कोकरे उपस्थित रहे।*
*कार्यक्रम का संचालन बी.ए.एल.एल.बी. की छात्रा महक तिरपुड़े ने प्रभावशाली ढंग से किया। इस अवसर पर विश्वविद्यालय के अनेक विद्यार्थी बड़ी संख्या में उपस्थित रहे।*
कार्यक्रम के अंत में विधि एवं सामाजिक न्याय अध्ययनशाला की विभागाध्यक्ष डॉ. संगीता मसानी ने विशेष अतिथियों को स्मृति चिन्ह प्रदान किए एवं आभार व्यक्त करते हुए सभी अतिथियों, शिक्षकों एवं विद्यार्थियों का धन्यवाद ज्ञापित किया।