इस वक्त की एक सबसे चौंकाने वाली और दिल दहला देने वाली खबर महाराष्ट्र के नांदेड़ से आ रही है! एक ऐसी खबर जिसने 21वीं सदी के हमारे समाज के माथे पर कलंक लगा दिया है। हम बात कर रहे हैं ‘नांदेड़ में दलित युवक की निर्मम हत्या की जिसके आगे प्रेम का लहू बहाया गया है!
महाराष्ट्र के नांदेड़ जिले में प्रेम की सबसे क्रूरतम परिभाषा गढ़ी गई है। एक पिता और भाई ने मिलकर एक दलित युवक की बेरहमी से हत्या कर दी। आप जानते हैं क्यों? सिर्फ इसलिए, क्योंकि उनकी बेटी/बहन उस युवक से प्रेम करती थी और उससे विवाह करना चाहती थी! यह घटना दिखाती है कि हमारा समाज आज भी ‘जाति’ की बेड़ियों में कितना जकड़ा हुआ है। यह सिर्फ एक हत्या नहीं है, बल्कि हमारे समाज में गहरी जड़ें जमाए जातिवादी सोच का भयावह और घिनौना चेहरा है!
मार्मिक इज़हार: लाश से ‘प्रतीकात्मक शादी’ लेकिन इस त्रासदी का सबसे हृदय विदारक और आँखें नम कर देने वाला मोड़ तब आया, जब युवक का शव अंतिम संस्कार के लिए लाया गया।
सदमे में डूबी, रोती-बिलखती प्रेमिका ने सामाजिक रूढ़ियों की परवाह न करते हुए, अपने मृत प्रेमी की लाश से प्रतीकात्मक रूप से शादी की! लाश से विवाह! यह दृश्य था अटूट प्रेम का अंतिम, मार्मिक इज़हार, जिसे जाति के नाम पर छीन लिया गया।
पिता-भाई को फांसी की मांग! …दुख और क्रोध से भरी इस लड़की ने कैमरे के सामने आकर, अपने प्रेम को छीनने वाले अपने पिता, भाई और इस जघन्य अपराध में शामिल सभी हत्यारों के लिए सार्वजनिक रूप से ‘फांसी’ की मांग की है! यह मांग है उस प्रेमिका की, जिसके प्रेमी ने प्रेम की कीमत जान देकर चुकाई है!
लोकतंत्र पर कलंक…….यह निर्मम हत्या, हमारे संविधान द्वारा दिए गए समानता के अधिकार पर, हमारे लोकतंत्र के मूल्यों पर एक गहरा और अमिट कलंक है! यह घटना हर उस नागरिक के लिए एक चुनौती है जो एक समतामूलक समाज में विश्वास रखता है।
जनता की मांग है कि इस मामले में त्वरित सुनवाई हो और दोषियों को ऐसी कड़ी सज़ा मिले जो भविष्य में किसी भी ‘ऑनर किलिंग’ के बारे में सोचने वाले के लिए एक सबक बन जाए। नांदेड़ के हत्यारों को फांसी दी जाए!