अशोक नगर जिले में दीनाभाना बहुजन संगठन ने पुलिस अधीक्षक को लिखित आवेदन देकर वकील मिश्रा पर राष्ट्रद्रोह मुकदमा दर्ज कराने की मांग.
Ashok nagar
ग्वालियर (म.प्र.) भारतीय संविधान के निर्माता डॉ. भीमराव अम्बेडकर पर ग्वालियर हाईकोर्ट के वकील अनिल मिश्रा द्वारा की गई कथित अभद्र टिप्पणी को लेकर बड़ा विवाद खड़ा हो गया है। दलित और बहुजन संगठनों की शिकायत पर, पुलिस ने अधिवक्ता अनिल मिश्रा के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है।

अशोक नगर जिले में दीनाभाना बहुजन संगठन ने पुलिस अधीक्षक को लिखित आवेदन देकर वकील मिश्रा पर राष्ट्रद्रोह और अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति (अत्याचार निवारण) अधिनियम (एट्रोसिटी एक्ट) के तहत तुरंत मुकदमा दर्ज करने की मांग की थी।*
क्या है पूरा मामला?*
- शिकायत के अनुसार, यह घटना 04 अक्टूबर 2025 की है, जब वकील अनिल मिश्रा ने कथित तौर पर सोशल मीडिया और पत्रकार वार्ता के दौरान डॉ. अम्बेडकर को लेकर विवादित बयान दिए। संगठन ने आरोप लगाया है कि मिश्रा ने कहा था कि “अम्बेडकर गंदा आदमी है, उन्होंने संविधान नहीं लिखा, वो तो अंग्रेजों की गुलामी करता रहा, झूठ बोलता रहा।”
संगठन का तर्क है कि इस तरह के बयान संविधान निर्माता का अपमान करते हैं और देश की एकता व सामाजिक समरसता को बिगाड़ने का काम करते हैं, जो सीधे तौर पर राष्ट्रद्रोह और एट्रोसिटी एक्ट के प्रावधानों के तहत आता है।
प्रतिमा विवाद से जुड़ी है कड़ी
संगठन ने अपनी शिकायत में यह भी उल्लेख किया है कि अनिल मिश्रा पूर्व में भी ग्वालियर हाईकोर्ट परिसर में डॉ. अम्बेडकर की प्रतिमा स्थापित करने को लेकर लगातार अनाप-शनाप बयानबाजी करते रहे हैं, जिससे सामाजिक सौहार्द बिगड़ रहा है।
पुलिस ने दर्ज किया मामला:
मामले की गंभीरता को देखते हुए, पुलिस की क्राइम ब्रांच शाखा ने तत्काल कार्रवाई करते हुए अधिवक्ता अनिल मिश्रा के खिलाफ संबंधित धाराओं में प्राथमिकी (FIR) दर्ज कर ली है। पुलिस ने तकनीकी साक्ष्यों की पुष्टि के बाद यह कार्रवाई की है।
दीनाभाना बहुजन संगठन ने चेतावनी दी है कि यदि अनिल मिश्रा पर नियमानुसार वैधानिक कार्रवाई नहीं की गई, तो वाल्मीक समाज और अन्य दलित-बहुजन समुदाय आंदोलन करने के लिए विवश होंगे। इस मामले ने ग्वालियर के न्यायिक और सामाजिक गलियारों में तनाव पैदा कर दिया है।
अन्य महत्वपूर्ण जानकारी: यह विवाद मध्य प्रदेश में डॉ. अम्बेडकर से जुड़े मुद्दों पर बढ़ते सामाजिक और राजनीतिक तनाव को दर्शाता है। पुलिस अब मामले की आगे की जांच कर रही है।
